Famous Quotes of Mirza Ghalib: मिर्ज़ा गालिब की प्रसिद्ध शायरी
मिर्ज़ा गालिब उर्दू शायरी के सर्वश्रेष्ठ कवियों में से एक हैं, जिनकी शायरी ने लोगों के दिलों और भावनाओं को छू लिया है, और उन्होंने अपनी कलम से लोगों के दिनों में एक विशेष स्थान बनाया है।
भले ही आज मिर्ज़ा ग़ालिब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी कलम से निकली पंक्तियाँ आज भी हर किसी के दिल को छूती हैं। मिर्ज़ा ग़ालिब की बेहतरीन शायरियों ने न सिर्फ लोगों के दिलों को छुआ, बल्कि इतिहास के पन्नों में उनका नाम हमेशा-हमेशा के लिए अमर कर दिया है।
मिर्ज़ा ग़ालिब इतिहास के सबसे मशहूर शायरों में से एक हैं, चाहे मिर्जा गालिब के मशहूर शेर हों, मिर्ज़ा ग़ालिब की दर्द भरी शायरी हो, या फिर मिर्ज़ा ग़ालिब की लव शायरी हो, जिस तरह से वे लोगों की भावनाओं को शब्दों में पिरोकर व्यक्त करते हैं, उसका कोई जोर नहीं है।
ग़ालिब हमसे पूछते हैं, "ग़ालिब कौन है?" और इस सवाल का जवाब उनकी शायरी में है, जो एक अद्वितीय और अमूर्त रूप में हमारे सामने है। उनका नाम 'ग़ालिब' ही उनकी शायरी की महक को सटीकता से दर्शाता है, क्योंकि ग़ालिब का मतलब है 'शानदार' या 'अमिट'।
मिर्ज़ा गालिब न केवल सबसे मशहूर शायर थे, बल्कि वे एक ऐसे कवि भी थे जिन्होंने दुनियाभर के लोगों के दिलों में अपनी एक अमिट छाप बनाई। उनकी शायरी में दर्द, प्रेम, और आत्मा की खोज, सभी रंग मौजूद हैं।
मिर्जा गालिब के मशहूर शेरों में से कुछ इस प्रकार हैं:
- इश्क़ पर ज़ोर नहीं 'ग़ालिब', ये वो आतिश हैं, जो न लगाए लगे और न बुझाए बुझे..!!
- आया जो इश्क़ की बेकसी पे रोना 'ग़ालिब', किस के घर जाएगा सैलाब-ए-बला बाद मेरे..!!
- चांदनी रात के सितारों की कसम, अब तेरे सिवा इस दिल में कोई आवाद नहीं..!!
- मेहरबां होके बुला लो मुझे चाहे जिस वक़्त, मैं गुजरा वक़्त नहीं जो लौटकर न आ सकुं..!!
- हमने सुना है मोहब्बत की कोई हद कोई सर-हद नहीं होती, फिर हमारे दरमियान ये फासले कैसे..!!
- दिल-ए-नादाँ तुझे हुआ क्या है, आखिर इस दर्द की दवा क्या है..!!
- मोहब्बत में नहीं है फर्क जीने और मरने का, उसी को देखकर जीते है जिस काफ़िर पे दम निकले..!!
- अभी मसरूफ़ हूं काफ़िर तेरी यादों में, जब मिलेगी फ़ुरसत तो सोचूंगा, के तुझे याद रखने में मैं क्या-क्या भूल जाता हूं..!!
- हम तो फना हो गए उनकी आंखे देखकर ग़ालिब, न जाने कैसे वो आईना देखते होंगे..!!
- उनके देखने से जो आ जाती है रौनकें मुझ पर, वो समझते है कि बीमार का हाल अच्छा है..!!
- हर कायनात से अलग ये कायनात है, हीरत सदा-ए-इश्क़ में दिन है न रात है..!!
- दिल चाहता है लिखूं कुछ गहरा, की पढ़ तो सब ही पाएं, मगर समझो सिर्फ तुम..!!
- तुम सिगरेट की तरह एक कश तो लगा के देख, मैं तेरे लबो से ज्यादा तेरे दिल में उतरूंगा..!!
- पूरी दुनियाँ के जज़्बात इक तरफ, और तेरी इक मुलाकात इक तरफ..!!
- तू मोहब्बत की कोई चाल तो चल, हार जाने को हमने हथेली पे रखा है..!!
- इश्क़ ने ग़ालिब निकम्मा कर दिया वरना, हम भी आदमी काम के थे..!!
- उसके चेहरे की चमक के सामने सब सादा लगा, आसमान में चाँद पूरा था मगर आधा लगा..!!
- रहने दे मुझे यूं उलझा हुआ सा तुझमें, सुना है सुलझने के बाद धागो को अलग कर दिया जाता है..!!
- सुना है तुम्हारी एक निगाह से कत्ल होते है लोग, कि एक नज़र हमे भी देख लो, तुम्हारे बिन ये ज़िंदगी अब गवारा नहीं..!!
- यूं ही इत्तेफ़ाक़ से तो नहीं टकराए हम, जरूर कुछ साज़िशे उस खुदा ने भी रची होगी..!!
- उसने पूछा क्या पसंद है तुम्हें, और मैं चुपचाप उसे देखता रहा..!!